१. सावधि – सावधि का अर्थ है अमुक समय में मेरा अभिग्रह जाये तो ठीक नहीं तो में दो या या तीन पोरसी बाद पारणा कर लूंगा वर्ना उपवास.
२. निरावधि – निरवधि अर्थात जहां तक अभिग्रह नहीं फले वहां तक आहार नहीं करना जैसे भगवान महावीर ने ६ माह ५ दिन तक आहार नहीं किया , उसने कोई अवधि नहीं बंधी थी I वैसे रोडजी स्वामी ने वेणीचंदजी जी म. सा . के .